अजीबोगरीब शौक रखने वाले भारतीय राजे एवं महाराजे !
अजीबोगरीब शौक रखने वाले भारतीय राजा एवं महाराजा।
महाराजा जगजीत सिंह, कपूरथला के महाराज थे। महाराज जगजीत सिंह के शौक भी काफी अलग थे। वह लक्ज़री ब्रांड लुइ विटन के सबसे बड़े ग्राहक थे। उनके पास करीब 60 बड़े लुइ विटन के शानदार बक्से थे। यात्रा के बेहद शौकीन महाराज जगजीत सिंह हर जगह अपने साथ इन बक्सों को ले जाते थे।
जूनागढ़ के यह राजा अपने अनोखे शौक के लिए प्रसिद्ध रहे हैं। उनको कुत्ते पालने का एक अनोखा शौक था। इस महाराज के पास करीब 800 कुत्ते थे। हर कुत्ते की सेवा में एक-एक सेवक हुआ करता था। इन कुत्तों का इलाज ब्रिटिश सर्जन से होता था। वह इन कुत्तों की शादी करवाने का शौक भी रखते थे। उस समय इस अनोखी शादी में करीब 22,000 रूपए खर्च होते थे, जो वर्तमान में करीब 2.25 करोड़ रूपए के बराबर हैं। साथ ही जिस दिन शादी होती थी, उस दिन राज्य में छुट्टी होती थी। किसी एक कुत्ते के मरने पर एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया जाता था।
हैदराबाद के महाराज निज़ाम मीर उस्मान अली खांके शौक भी कम नहीं थे। इन्हें कीमती जवाहरातोंका बड़ा शौक था। दुनिया के पांचवें सबसे बड़े 184.97 कैरट के जैकब हीरों को एक पेपर वेट की तरह ये प्रयोग करते थे। इनके न रहने के बाद ये हीरें भारत सरकार के खजाने में जमा हो गए। हीरों के शौक की वजह से ही उनका करीब 2 बिलियन डॉलर खजाना था।
अपने राजसी ठाट के लिए तो हर कोई राजा जाना जाता है, पर अलवर के महाराज जय सिंह मशहूर है, अपने ऐसे बदले के लिए, जिन्होंने इनका नाम इतिहास के पन्नों में अमर कर दिया। अलवर के महाराज जय सिंह ने नामी कार कंपनी रोल्स रॉयससे बदला लेने के लिए 10 कारों की छतें निकलवा कर उन्हें कूड़ा उठाने के लिए लगा दिया था। बाद में कार कंपनी को उनसे माफ़ी मांग कर उन्हें मनाना पड़ा था।
बीकानेर के महाराज गंगा सिंह का अपनी जनता के प्रति प्रेम दर्शाने का तरीका काफी अलग था। इनके बारे में कहा जाता है कि वह गरीबों में सोना खूब बांटते थे। एक बार तो उन्होंने अपने वजन के बराबर सोना गरीबों को बांटा था।
आज़ादी से पहले राजाओं और महाराजाओं का राज होता था। भारत में राजशाही ख़त्म हुए अरसा हो गया, पर आज भी कई जगहों पर उनके जो महल खड़े है, वो राजसी ठाट बाट के गवाह है। बहुत से राजा और महाराजा अपने शौक के लिए प्रसिद्ध रहे हैं। भारतीय इतिहास जितना गौरवशाली राजाओं से भरा हुआ है, उतने ही उनके अजीबोगरीब किस्सेमशहूर हैं। उनके किस्से आप सभी ने पढ़े और सुने होगें। आईये जानते है भारतीय राजाओं के अजीबोगरीब किस्सों के बारें में:
महाराजा जगजीत सिंह, कपूरथला के महाराज थे। महाराज जगजीत सिंह के शौक भी काफी अलग थे। वह लक्ज़री ब्रांड लुइ विटन के सबसे बड़े ग्राहक थे। उनके पास करीब 60 बड़े लुइ विटन के शानदार बक्से थे। यात्रा के बेहद शौकीन महाराज जगजीत सिंह हर जगह अपने साथ इन बक्सों को ले जाते थे।
जूनागढ़ के यह राजा अपने अनोखे शौक के लिए प्रसिद्ध रहे हैं। उनको कुत्ते पालने का एक अनोखा शौक था। इस महाराज के पास करीब 800 कुत्ते थे। हर कुत्ते की सेवा में एक-एक सेवक हुआ करता था। इन कुत्तों का इलाज ब्रिटिश सर्जन से होता था। वह इन कुत्तों की शादी करवाने का शौक भी रखते थे। उस समय इस अनोखी शादी में करीब 22,000 रूपए खर्च होते थे, जो वर्तमान में करीब 2.25 करोड़ रूपए के बराबर हैं। साथ ही जिस दिन शादी होती थी, उस दिन राज्य में छुट्टी होती थी। किसी एक कुत्ते के मरने पर एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया जाता था।
हैदराबाद के महाराज निज़ाम मीर उस्मान अली खांके शौक भी कम नहीं थे। इन्हें कीमती जवाहरातोंका बड़ा शौक था। दुनिया के पांचवें सबसे बड़े 184.97 कैरट के जैकब हीरों को एक पेपर वेट की तरह ये प्रयोग करते थे। इनके न रहने के बाद ये हीरें भारत सरकार के खजाने में जमा हो गए। हीरों के शौक की वजह से ही उनका करीब 2 बिलियन डॉलर खजाना था।
अपने राजसी ठाट के लिए तो हर कोई राजा जाना जाता है, पर अलवर के महाराज जय सिंह मशहूर है, अपने ऐसे बदले के लिए, जिन्होंने इनका नाम इतिहास के पन्नों में अमर कर दिया। अलवर के महाराज जय सिंह ने नामी कार कंपनी रोल्स रॉयससे बदला लेने के लिए 10 कारों की छतें निकलवा कर उन्हें कूड़ा उठाने के लिए लगा दिया था। बाद में कार कंपनी को उनसे माफ़ी मांग कर उन्हें मनाना पड़ा था।
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